https://jharotef.com/
Jharkhand Officers, Teachers and Employees' Federation
Camp Office: ITI, Hehal, Ranchi- 834005 [Jharkhand]
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President Message

साथियों, आज जब हम राज्य में पुरानी पेंशन बहाली, कैशलेश मेडिकल एवं शिशु देखभाल अवकाश के रुप में कई बड़ी सफलता को प्राप्त कर चुके हैं तब आवश्यकता है इसे बचाए रखने के लिए संगठित रहने की। अब तक के अनुभव से यह समझ में आया है की विरोध प्रदर्शन से बड़ी युक्ति होती है शक्ति प्रदर्शन। अभी कर्मचारियों के ऐसे कई मुद्दे हैं जिसमें एक बड़े स्तर से पहल किये जाने की आवश्यकता है। ज़रुरत है एक ऐसे विशाल मंच की जिसके परस्पर सहयोग भाव के साथ सभी सेवा एवं सभी संघों के लोग एक साथ चलें। इस दूरगामी लक्ष्य एवं पूर्वगामी अनुभव के आधार पर एक संगठन की परिकल्पना को साकार करने हेतु दिनांक-11.02.2023 को NMOPS झारखण्ड नें अपना प्रथम प्रांतीय अधिवेशन आयोजित किया। कर्मचारी आन्दोलन के फलक पर के रूप में एक नये सूरज JHAROTEF ने जन्म लिया, जिसका आदर्श वाक्य है: संवाद (सरकार से), समन्वय (सभी संघों के साथ) और संघर्ष (अपने सदस्यों के साथ मिलजुलकर)। अब हमने जान लिया है कि किसी योजना को इसके ध्येय तक कैसे ले जाना है, अब हम जानते हैं कि आन्दोलन में मुद्दा महत्वपूर्ण होता है चेहरा नहीं, अब हम जानते हैं कि एक सपने को सच कैसे किया जाता है और अब हम जानते हैं कि कर्मचारी आन्दोलन कोई संघो की प्रतिस्पद्र्धा नहीं बल्कि सहबंधुता है, कर्मचारी एकता ने अपनी शक्ति को पहचान लिया है, अब हम सब मिलजुलकर एक नयी इबारत लिखेंगे।

इसी सोच के विस्तार के साथ राज्य के सभी जिलों में सघन सदस्यता अभियान चलाने के बाद सभी जिलों में नई जिला कार्यकारिणी का गठन किया गया है। अब आन्दोलन के सहभागी जो अबतक एक विचार क्रान्ति के झंडाबरदार थे अब उन्हें कर्मचारी एकता शक्ति, बिल्कुल नई एवं युवा सूझबूझ और प्रौढ़ हो चुके अनुभव के साथ महासंघ की सेना के मेजर-कर्नल के रुप में समान लक्ष्यों के भेदन हेतु अशोक चक्र की 24 तीलियों, दिन के 24 घंटों की तरह 24 अचूक पल्टन के रुप में तैनात रहना है और अपने सेवा दायित्वों का निर्वहन करते हुए कर्मचारी हितों की रक्षा करनी है।

यह वह राज्य है जिसने धरती आबा बिरसा मुण्डा, सिद्धू,-कान्हू, चान्द-भैरव जैसे रणबांकुरों के शौर्य से देश को सबसे शुरुआती स्वतन्त्रता आन्दोलन दिया था, जहाँ देश का पहला सबसे बड़ा कारखाना टाटा स्टील के रुप में शुरु हुआ, जहाँ जैन धर्म के सबसे ज़्यादा तीर्थंकरों को निर्वाण प्राप्त हुए, जहाँ की गलियों से निकले एक टिकट कलेक्टर ने देश को 28 वर्षों बाद क्रिकेट का वल्र्ड कप दिलाया, उस राज्य की मिट्टी से निकली 24 टीमें राष्ट्रीय पटल पर अब एक नया इतिहास लिखेंगी।

हम सिर्फ वही मांगें रखेंगे जो बहुत ज़रुरी एवं विधिसम्मत होंगी एवं जिनमें संघों की आपसी प्रतिस्पद्र्धा नहीं होगी, हम हर उस अधिकार की रक्षा अपना पूरा दम लगाकर करेंगे जो हमें महासंघ की बड़ी मेहनत और सरकार से व्यवस्थित संवाद कर हासिल हुई है और हम अपने-अपने सेवा दायित्वों के प्रति पूरी तरह से ईमानदार रहेंगे एवं राज्य और राज्य के लोगों के कल्याणार्थ अपनी पूरी शीलनिष्ठा के साथ कार्य करेंगे। JHAROTEF के साथ हमसब हैं, यह हमारा महासंघ है, हमसब मिलकर इसे सुदृढ़, सशक्त एवं सक्षम बनायेंगे।

Yes we can and we will……

जय हिन्द,

जय झारखण्ड।

Shri Vikrant Singh
President
JHROTEF Camp Office: ITI, Hehal, Ranchi- 834005 [Jharkhand]
Jharkhand
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